Jemimah Rodrigues: पाकिस्तान के खिलाफ जीत दिलाने वाली इस खिलाड़ी ने खोल दिया राज, जानिए क्या है माजरा
India vs Pakistan: जेमिमा रोड्रिग्स ने पाकिस्तान के खिलाफ तूफानी पारी खेलकर टीम इंडिया को जीताया है. उन्होंने मैदान के हर तरफ स्ट्रोक लगाए. मैच के बाद उन्होंने कहा कि वनडे वर्ल्ड कप में ना खेल पाने का उन्हें मलाल है.

पिछले साल न्यूजीलैंड में वनडे विश्व कप की टीम में जगह बनाने की दौड़ में पिछड़ने से लेकर रविवार को टी20 विश्व कप में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ विजयी रन बनने तक जेमिमा रोड्रिग्स ने 12 महीने से भी कम समय में शानदार वापसी की है. पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने शानदार पारी खेली. उनकी 53 रनों की पारी की वजह से ही टीम इंडिया मैच जीतने में सफल हो पाई. इसके बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया है.
जेमिमा ने दिया ये बयान
जेमिमा रोड्रिग्स ने मैच के बाद प्रेस काफ्रेंस में कहा, ‘मुझे लगता है कि पिछले साल इस समय जब मैं घर पर थी और मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में नहीं थी, क्योंकि मुझे (भारत की) 50 ओवर के विश्व कप की टीम से बाहर कर दिया गया था. यह मेरे लिए सबसे कठिन समय था लेकिन उस दौरान बहुत सारे लोग थे जिन्होंने मेरी मदद की.’
वापसी पर कही ये बात
जेमिमा रोड्रिग्स ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो कई बार मेरे पास खुद को बताने के लिए कुछ नहीं था. कई बार मैंने हार मान ली थी. मेरे पास आगे बढ़ने की ताकत नहीं थी और मुझे पता है कि बहुत से लोग कहते हैं कि आपको खुद को प्रेरित करने की जरूरत थी पर जब कोई व्यक्ति इस तरह की चीजों से गुजरता है तो वही बता सकता है कि उसे किस चीज का सामना करना पड़ रहा है.’
जेमिमा अपने आसपास के माहौल, विशेष रूप से अपने निजी कोच प्रशांत शेट्टी और अपने पिता की आभारी हैं जिन्होंने उन्हें उस कठिन दौर से बाहर निकालने में मदद की. वह अपने बेसिक्स पर लौटी और धूल भरे आजाद मैदान की पूरी तरह से स्पिन की अनुकूल पिच पर अंडर-14 और अंडर-19 लड़कों के खिलाफ खेली, जिसका उन्हें काफी फायदा मिला.
वर्ल्ड कप ना खेल पाने का है मलाल
जेमिमा रोड्रिग्स को अब भी न्यूजीलैंड में पिछले साल के 50 ओवरों के विश्व कप में नहीं खेल पाने का मलाल है. उन्होंने कहा, ‘मेरा मतलब है कि हमने उस दौरान वास्तव में कड़ी मेहनत की और मुझे याद है कि मैं मानसिक रूप से ठीक नहीं थी. मैंने एक ब्रेक लिया था क्योंकि क्रिकेट एक ऐसी चीज है जिसे खेलना मुझे पसंद है, ऐसा कुछ है जिसे मैं करना पसंद करती हूं और विश्व कप में खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है और इसमें नहीं खेल पाने से उबरने में थोड़ा समय लगा.’