IND vs AUS: ऑस्ट्रेलियाई टीम पर मंडरा रहा खतरा, दूसरे टेस्ट से पहले ही मानकर बैठ गए हार
India vs australia: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला दिल्ली में 17 फरवरी को होने वाला है. इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने बड़ा बयान दिया है.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में मिली शानदार जीत के बाद टीम इंडिया की नजर अब दिल्ली टेस्ट मैच पर रहने वाली है. दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा मैच 17 फरवरी से खेला जाएगा. इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने टीम इंडिया को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भारतीय टीम के उन खिलाड़ियों के बारे में बताया है जो इस सीरीज में जीत-हार का अंतर पैदा कर सकते हैं.
एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने दिया बड़ा बयान
ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड (Andrew McDonald) का मानना है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी के बचे हुए टेस्ट मैचों में भारत का मजबूत निचला बल्लेबाजी क्रम मैच में अंतर पैदा करेगा. जिसमें रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे क्रिकेटर शामिल हैं. जडेजा और पटेल ने पहले टेस्ट की पहली पारी में क्रमश: 70 और 84 रन बनाकर बल्ले से अहम भूमिका अदा की थी, जिससे भारत ने मेजबान देश के 177 रन के जवाब में 400 रन का स्कोर खड़ा किया था.
भारत के इन खिलाड़ियों से मिलेगी चुनौती
रोहित शर्मा के शतक के अलावा जडेजा और अश्विन के शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन से मेजबान टीम ने तीन दिन के अंदर ऑस्ट्रेलिया को नागपुर में पारी और 132 रन से शिकस्त देकर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की. मैकडोनाल्ड ने सोमवार सेन रेडियो से कहा, 'उनका निचला बल्लेबाजी क्रम भी इस सीरीज में अंतर पैदा करने वाला रहेगा जिसमें जडेजा, पटेल और अश्विन शामिल हैं. उनका निचला क्रम वास्तव में काफी मजबूत है और हमें इससे चुनौती मिलेगी.'
दिल्ली टेस्ट मैच पर कही ये बात
मैकडोनाल्ड ने हालांकि कहा कि शुरूआती टेस्ट में मिली हार से अगले तीन मैचों के लिए रणनीति में टीम कोई बदलाव नहीं करेगा. उन्होंने उम्मीद जतायी कि सीरीज से पूर्व की योजना अब भी कारगर हो सकती है.
एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अगर आप अचानक से इसमें बदलाव करना शुरू करोगे तो आप इसमें तेजी से पिछड़ते जाओगे. यह स्पष्ट है कि हम अपने पहले मैच के प्रदर्शन से निराश हैं, पर यह चार टेस्ट मैचों की सीरीज है तो अभी काफी दूर तक जाना है.'