लगातार हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम हो रही शर्मसार, इस दिग्गज ने अपने ही खिलाड़ियों को फटकारा
ऑस्ट्रेलियाई टीम का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. टीम इंडिया ने उसे शुरुआती दोनों टेस्ट मैचों में महज 3 दिन में ही हरा दिया.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच (IND vs AUS 3rd Test) इंदौर में खेला जाना है. ऑस्ट्रेलियाई टीम का इस सीरीज में प्रदर्शन बेहद खराब रहा है और उसे शुरुआती दोनों टेस्ट मैचों में महज 3 दिन में ही हार झेलनी पड़ी. अब ऑस्ट्रेलिया के ही महान खिलाड़ी ने अपनी टीम को जमकर लताड़ा है.
दिग्गज खिलाड़ी ने टीम को लताड़ा
ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी ग्रेग चैपल ने माइक टायसन का हवाला देते हुए भारत के खिलाफ पहले 2 टेस्ट मैचों में अपनी टीम के निराशाजनक प्रदर्शन की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि ‘मेहमान टीम ने पहली गेंद पड़ने से काफी पहले ही अपने मुंह पर घूंसा जड़ दिया था.' ऑस्ट्रेलिया चार टेस्ट मैच के पहले दोनों मैच हारकर पहले ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवा चुका है. दोनों टेस्ट मैच तीन दिन के अंदर खत्म हो गए जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की पूर्व क्रिकेटरों ने कड़ी आलोचना की.
अपने ही मुंह पर जड़ा घूंसा
चैपल ने कहा, ‘वह माइक टायसन थे जिन्होंने इवांडर होलीफील्ड के खिलाफ मुकाबले से पहले कहा था, हर किसी के पास तब तक की योजना होती है जब तक कि उसके मुंह पर घूंसा न पड़ जाए.’ उन्होंने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में लिखा, ‘पहले दो टेस्ट मैच देखने के बाद मेरी चिंता यह है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली गेंद पड़ने से काफी पहले ही अपने मुंह पर घूंसा जड़ दिया था.’
प्लेइंग-11 को लेकर बोले बड़ी बात
चैपल ने भारत के वर्तमान दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया की तैयारियों और योजनाओं पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, ‘रणनीति तैयार करना एक बात है लेकिन उसे गलतियों के आधार पर तैयार करना बेकार की कवायद है.’ नागपुर में पहला टेस्ट मैच पारी और 132 रन से हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दिल्ली में सिर्फ एक पेसर कप्तान पैट कमिंस के साथ उतरने का फैसला किया.
उसने स्कॉट बोलैंड को बाहर कर दिया और लेफ्ट आर्म स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन को डेब्यू का मौका दिया. चैपल ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया को इस सीरीज को जीतने के लिए अपने मजबूत पक्षों के साथ खेलने की जरूरत थी. स्पिनर हमारी ताकत नहीं है. इसके लिए टीम में स्पिनरों को चुनना भारत में सफलता हासिल करने का तरीका नहीं है. हमें अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को चुनना चाहिए और उन पर भरोसा करना चाहिए था.’