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Saur Krishi Aajeevika Yojana: किसानों के लिए खुशखबरी, अब बेकार और बंजर जमीन स होगी लाखों की कमाई

सरकार की इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य बंजर-बेकार जमीनें के मालिक, किसानों, विकासकर्ता और साथ ही संबंधित डिस्कॉम या फिर कंपनी के साथ जोड़ना है.

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 केंद्र सरकार किसानों के हित के लिए कई सारी महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाती है।  किसान इन योनजाओं से आर्थिक लाभ प्राप्त करते हैं।

सरकार अब कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा को एक साथ जोड़ने पर कार्य़ कर रही है। बता दें कि कृषि क्षेत्र में सोलर पंप व सोलर पैनल की योजनाएं भी बनाई हुई है।

इन योजनाओं के चलते राजस्थान सरकार ने राज्य के किसानों के लिए एक अहम कदम उठाया है, जिसके तहत सरकार ने खाली और बेकार पड़ी जमीन और बंजर खेतों के लिए सौर ऊर्जा आजीविका योजना बनाई है.

इस योजना को राज्य में 17 अक्टूबर 2022 को राज्य ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने लांच किया है. 

आजीविका योजना का उद्देश्य
सरकार की इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य बंजर-बेकार जमीनें के मालिक, किसानों, विकासकर्ता और साथ ही संबंधित डिस्कॉम या फिर कंपनी के साथ जोड़ना है.

इस योजना से सौर ऊर्जा प्लांट लगाने वाली कंपनियां सीधे किसानों से जुड़ सकेंगी.

इसकी मदद से कंपनियों को सरलता से जमीन लीज पर उपलब्ध होंगी.

किसानों को रोजगार उपलब्ध करवाना.

हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्य को हासिल करना.

ऐसे लगवाएं सौर ऊर्जा संयंत्र
अगर आप भी अपनी बंजर व बेकार पड़ी खाली जमीन पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर लाभ कमाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सबसे पहले सौर कृषि आजीविका योजना पोर्टल (Saur Krishi Aajeevika Yojana) www.skayrajasthan.org.in  पर पंजीकृत करना होगा.

इसके लिए आपको पीएम कुसुम योजना के तहत की 30 प्रतिशत अनुदान भी दिया जाएगा.

राजस्थान को सौर ऊर्जा क्षेत्र में नंबर-1 (Rajasthan is number-1 in the solar energy sector)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान की ज्यादातर जमीन बंजर ही दिखाई देती है. इन सब के चलते किसान यहां की रेतीली मिट्टी से अधिक मात्रा में फसलें नहीं उगा पाते हैं और देखा जाए तो राजस्थान की गर्म जलवायु भी कृषि के लिए उपयुक्त नहीं होती है.

इन सब परेशानियों के चलते ज्यादातर किसानों की जमीन बंजर बन जाती है. जिन किसानों के पास केवल उनकी जमीन ही जीवन यापन करना का एक सहारा होती है.

उनके लिए सरकार ने सौर कृषि आजीविका योजना शुरू की है. ताकि वह अपनी बंजर जमीन से आराम से बैठे-बैठे पैसा कमा सके.

एक रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि बाकि राज्यों की तुलना में राजस्थान को सौर ऊर्जा क्षेत्र में नंबर-1 है. फिलहाल राज्य में अबतक 142 गीगावाट सौर ऊर्जा 127 गीगावाट पवन ऊर्जा उत्पादन क्षमता है.