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Moment Of Pride : पिता ने किया अपनी बेटी को सैल्यूट, कहां कि मुझे अपनी बेटी पर गर्व है।

Amazing Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रही है। इस वीडियो में आईपीएस बेटी अपने डीजीपी पिता को सैल्यूट कर रही है। पिता ने कहा की मुझे अपनी बेटी पर गर्व है।
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Moment Of Pride :  एक समय था जब बेटियों को बोझ माना जाता था। बच्ची के जन्म से लेकर उसकी शादी और दहेज तक की चिंता परिवार को सताने लगती थी। लेकिन अब बदलते समय में लोगों की विचारधारा धीरे-धीरे बदल रही है।

शिक्षा ने काफी हद तक लोगों की इस सोच को बदल दिया है। अब बेटियों को बेटों से कम नहीं माना जाता है. आजकल की बेटियां, बेटों की तरह कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। अब बेटियों को भी बेटों की तरह पढ़ाया-लिखाकर काबिल बनाया जा रहा है।

बेटियां जब पढ़-लिखकर किसी ऊंचे पद पर पहुंच जाती है। तो माता-पिता के लिए ये सबसे गर्व का पल तब होता है। बच्‍चों की उपलब्धि देख हर पिता की छाती गर्व से चौड़ी हो जाती है।

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो लोगों का दिल जीत रहा है। जिसमें एक आईपीएस बेटी अपने डीजीपी पिता को सैल्यूट करते नजर आ रही है।

यूं तो एक बेटी के लिए इससे शानदार पल और क्या हो सकता है कि, उसे पिता के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। दिल जीत लेने वाला ये वीडियो असम के पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह की बेटी का है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर असम के डीजीपी ने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से अपनी बेटी की पासिंग आउट परेड की एक क्लिप को अपने ट्विटर हैंडल @gpsinghips पर शेयर की है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि, पिता और बेटी कैसे सावधान मुद्रा में एक दूसरे को पहले सैल्यूट करते है। फिर बेटी चेहरे पर मुस्कान लिए पिता के पास पहुंच जाती है। इस नजारे को देख आप भी अपना दिल हार बैठेंगे।

वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, 'मेरे पास शब्द नहीं है। बेटी ऐश्वर्या से सलामी ली। वह पुलिस अकादमी से पास आउट हो गई।

महज 8 सेकंड के इस वीडियो को अब तक 274.3K के व्यूज मिल चुके है। जबकि 10.4K लोगों ने इस वीडियो को लाइक किया है। वीडियो को देखने के बाद यूजर्स इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे है।

- एक यूजर ने लिखा, 'ये एक पिता के लिए प्राउड मोमेंट है। एक अन्य यूजर ने लिखा, 'बहुत ही मार्मिक और खुशनुमा पल है।

एक पिता वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी बेटी को इस मुकाम, भारत की दूसरी बड़ी सिविल सेवा के अधिकारी जैसे ओहदे तक पहुंचने पर वो खुशी हुई होगी। जिसे शब्दों में पिरोना बेहद मुश्किल है. आप बेहद भाग्यशाली है।